Friday, 11 October 2013

चुनाव प्रक्रिया में टोटलाइजर मशिन का उपयोग करऩे हेतु प्रधानमंत्री जी को चिठ्ठी...





दिनांकः 11 ऑक्टोबर 2013
                                               

सम्माननीय श्री मनमोहन सिंह जी,
प्रधान मंत्री, भारत सरकार

विषय- चुनाव प्रक्रिया में सुधार होने हेतु, टोटलाइजर मशिन का उपयोग करने के बारे में...

महोदय,
सस्नेह वन्दे।

मुख्य चुनाव प्रक्रिया में सुधार लाने हेतु मुख्य चुनाव आयुक्त भारत, की तरफ से भारत सरकार को दिए हुए टोटलाइजर मशीन का उपयोग करने के सुझाव पर सरकार द्वारा अमल करने हेतु निवेदन कर रहा हॅूं। भारत के संविधान के मुताबिक, प्रचलित चुनाव कानून जनता द्वारा किए गए मतदान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए वचन बद्ध है।
लेकिन विद्यमान मतदान पद्धति में मतदाताओं ने किए हुए मतदान की गोपनीयता नहीं रहती है। क्यों कि मतदान होने के बाद हर मतपेटी पर गॉंव का नाम, मुहल्ले का  नाम अंकित होता है। इस कारण कौन से गॉंव से, कौन से मुहल्ले से, किस उम्मीदवार को  कितने मत मिले यह जान लेना आसानी से सम्भव होता है। जहाँ पर उम्मीदवार को कम मत मिले हैं, वहाँ के विकास  काम करते समय मतदारों का बदला लेने की कोशिश की जाती है। फल स्वरूप जनता पर अन्याय होता है। इस लिए किस उम्मीदवार को कहॉं से कितने वोट मिले इस बारे में जानकारी ही मिल न पाए, इस वास्ते चुनाव में टोटलाइजर मशिन का उपयोग करना जरूरी बनता है।
      इस विषय में मैंने भारत के चुनाव आयुक्त को 23 मार्च 2009 और 06 जुलै 2009 को पत्र लिखे थे। 15 अक्तूबर 2011 को मैंने आपको भी इस बारे में पत्र लिखा था। आपका जवाब भी आया था। इसी विषय को ले कर चुनाव आयुक्त की तरफ से भी आपको पत्र लिखा गया है, ऐसी जानकारी मिली है।
लेकिन टोटलाइजर मशिन के बारे में अभी तक सरकार की तरफ से कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मेरी बिनती है, अब विधान सभा और लोक सभा के चुनाव आ रहे हैं। संविधान के मुताबिक हर मतदाता का मत गोपनीय रहे इस लिए इस चुनाव में टोटलाइजर मशिनका उपयोग हो, ता कि संविधान का पालन हो और आज मतदाता पर जो अन्याय होता है वह ना हो।
आपको 14 अक्तूबर 2011 को लिखित मेरे पत्र की प्रति संलग्न है।
भवदीय,

कि. बा. उपनाम अण्णा हजारे