Wednesday 13 August 2014

अलग अलग संस्था के साथ मुझे जोड कर मेरे नाम का दुरुपयोग और संघटन हेतू...


 हमे जानकारी मिली है की जनतंत्र मोर्चा, इंडिया अगेन्स्ट करप्शन और भी अलग अलग नामके संघटन के साथ  मेरा नाम जोडकर कई लोगमेरे नाम का दुरुपयोग करते है। भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन के अलावा  मैने आजतक ना कोई ऐसी संस्था रजिस्टर कि है, ना इन संस्थाओंमे अधिकारी या पदाधिकारी के नाते मेरा कोई संबंध है। कई लोग अपने स्वार्थ के लिए मेरे नाम का दुरुपयोग करके मेरा जिस संस्था से कोई संबंध नही है, ऐसी संस्था के साथ जोडने का प्रयास करते है। ऐसे व्यवहार से मेरे नाम पर आर्थिक दुरुपयोग होने की संभावना बढती है। जिस आदमी ने जीवन में कही बँक बॅलन्स नही रखा, कभी आर्थिक स्वार्थ नही रखा, उसके नाम का किसी के आर्थिक लाभ के  लिए अथवा राजनिती के लिए दुरुपयोग होना ठिक नही है।
      अठरा साल पहले 1997 में महाराष्ट्र मे भ्रष्टाचार को रोकने के लिएभ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास’  नाम की संस्था हम ने धर्मदाय आयुक्त से रजिस्टर करवायी है। रालेगणसिद्धी, तहसिल पारनेर, जिला अहमदनगर, 414302  नगर, (महाराष्ट्र) इस पते पर इसका मुख्य कार्यालय है। पूरा भारत देश इसका कार्यक्षेत्र है। शुरु से यह संस्था महाराष्ट्र मे 25 साल से 33 जिले और 252 तहसिल में कार्य करती आयी है। महाराष्ट्र के हर जिले मे, तहसिल में इस संस्था का संघटन बन गया है। महाराष्ट्र मे सूचना का अधिकार, दप्तर दिरंगाई जैसे सात कानून बनवाये है। महाराष्ट्र मे हर जिला स्तर, तहसिल स्तर पर सभाए कर के एक अच्छा संघटन बनाया है। लेकिन देश से या विदेश से किसीसे भी  चंदा इकठ्ठा नही किया। ना किसी के सामने चंदा के लिए हाथ फैलाया। मेरी ऐसी धारना है कि, जब तक राजनैतिक तंत्र का शुद्धीकरण नही होगा, तब तक भ्रष्टाचार मुक्त भारत की अपेक्षा करना उचित नही होगा। इसलिए मै इस काम को 30 साल से करते आया।
इस आंदोलन से महाराष्ट्र में छह (6) भ्रष्टाचारी मंत्री, चार सौ (400) से ज्यादा भ्रष्टाचारी ऑफिसर घर गए है। अब आगे राईट टू रिजेक्ट, राईट टू रिकॉल, ग्रामसभा को ज्यादा अधिकार मिलेऐसे कानून बनवाने की कोशिश आंदोलन के माध्यम से करने की कोशिश है। किसानों के खेती माल को खर्च पर आधारीत  सही दाम मिले, ऐसे विषयोंको लेकर देश मे राज्य स्तर, जिला स्तर, तालुका स्तर पर कार्यकर्ताओं का संघटन बनाने के प्रयास जारी है। आज महाराष्ट्र के साथ साथ कई राज्योमें भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास का संघटन बन रहा है। इस संघटन को आगे बढाने की कोशीश हो रही है। सिर्फ मंत्री घर जा कर या अधिकारी घर जा कर भ्रष्टाचार नही रुकेगा। संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन की सोच कर के व्यवस्था परिवर्तन लाना पडेगा। अगस्त को रामलिला मैदान मे जो जनलोकपाल कानून बनाने के लिए आंदोलन हुआ था, देश की जनता करोडो की संख्या में उस आंदोलन में शामील हुई थी। 42 साल में आठ बार यह बील लोकसभा मे आ कर पास नही हुआ था। लेकिन जनसंघटन के कारण देश में लोकपाल कानून, लोकायुक्त कानून से व्यवस्था परिवर्तन लाने मे मदत मिली। आनेवाले कई दिनो में भ्रष्टाचार मुक्त भारत निर्माण के लिए वैसे ही आंदोलन देश मे खडा होना जरुरी है। सरकार किसी भी पक्ष और पार्टी की हो, सरकार पर जनशक्ती का दबाव निर्माण करना जरुरी है। वह दबाव हिंसात्मक नहीं, अहिंसात्मक होना जरुरी है। तभी देश के कई प्रश्न छुट सकेंगे और देश का भ्रष्टाचार रोकने मे सफलता मिलेगी। आज हजारों की संख्या मे कार्यकर्ता संघटित हो रहे है। लेकिन संघटन में चरित्र्यशिल लोगोंका संघटन होना जरुरी है। संघटन में शामील होनेवाले कार्यकर्ताओं के पास सामाजिक और राष्ट्रीय दृष्टीकोन होना जरुरी है। भगतसिंग, राजगुरू, सुखदेव जैसे लाखो शहिदोंने जो कुर्बानी दी उनकी याद करनेवाले कार्यकर्ता होना जरुरी है। कार्यकर्ताओं के पास समाज और देश के प्रति सेवाभाव होना जरुरी है। ऐसे कार्यकर्ता मिलना मुश्कील है, लेकिन असंभव नही है।
      इस देश मे समाज और देश की सोच करनेवाले कार्यकर्ता बडी संख्या में है। उन चारित्र्यशील कार्यकर्ताओंको खोज कर के संघटन खडा करना जरुरी है। इसलिए भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन की पुरानी समिती बरखास्त कर के नई समितीयां बन रही है। इस समिती में ना कोई अध्यक्ष होगा, ना कोई उपाध्यक्ष होगा। कोई भी पद नही होगा। सिर्फ समाज और देश सेवा की भावना रखनेवाले कार्यकर्ता होंगे। इस आंदोलन का कार्यकर्ता कोई भी चूनाव नही लडेगा। सिर्फ अहिंसा मार्ग से समाज और देश के भलाई के लिए व्यवस्था परिवर्तन के लिए संघर्ष करने वाले कार्यकर्ता का संघटन होगा। समय आने पर कार्यकर्ताओं को अहिंसा के मार्ग से जेल में जाने की तयारी रखनी होगी, जो महात्मा गांधी जैसे महापुरुषोने हमे रास्ता दिखाया है। ऐसे चारित्र्यशील कार्यकर्ताओने भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास’ 414302 रालेगणसिद्धी, तहसिल पारनेर, जिला अहमदनगर, (महाराष्ट्र) इस पते पर संपर्क करें। अण्णा हजारे इस नाम का अपने स्वार्थ के लिए दुरुपयोग करनेवाले कार्यकर्ताने  कृपया पांच कदम दूर रहना है। सिर्फ समाज और देशसेवा की सोच करनेवाले कार्यकर्ता इस आंदोलन से जुडे। अगर कुछ संदेह हो तो नीचे के पते पर संपर्क करें। चारित्र्यशील कार्यकर्ताओंका संघटन बनने मे साल का प्रदीर्घ समय लग सकता है। सिर्फ ऐसे चारित्र्यशील कार्यकर्ताओने ही इस आंदोलन से जूडना है। सिर्फ संख्यात्मक आंदोलन खडा करने के बजाए गुणात्मक कार्यकर्ताओंका संघटन होना जरुरी है। 1947 में महात्मा गांधीजीने कोई कमेटी नही बनवाई थी। सेवाभावी कार्यकर्ता आंदोलन से जुड गए और आंदोलन सफल हुआ था। इसलिए केवल निष्काम भाव से कार्य करनेवाले कार्यकर्ता होना जरुरी है।

दि. 13 अगस्त 2014,
रालेगणसिद्धी, ता. पारनेर.

  आपका,


   कि. बा. तथा अण्णा हजारे

संपर्क के लिए पताः
भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास
रालेगणसिद्धी, ता. पारनेर, जि. अहमदनगर.
पिन- 414302
02488-240401/ 240581
annahazareoffice@gmail.com
www.annahazare.org.in


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