"भ्रष्टाचार मुक्त भारत निर्माण के लिये
गांवस्तर तक जन संघटन होना जरुरी है"
भ्रष्टाचार संपूर्ण रुख जायेगा ऐसे कहना अतिशोक्ती होगी, लेकीन कूछ हद तक भ्रष्टाचार को रोख सकते है, इसमे दो राह होनेका कारण नही है। मै बीस (20) सालोंसे भ्रष्टाचार के विरोध में लड़ाई लढ़ रहा हूँ। जबतक व्यवस्था परिवर्तन नहीं होगा, तबतक भ्रष्टाचार को रोकथाम नहीं लगेगा। इसलिए देशमे व्यवस्था परिवर्तन करनेका प्रयास करना है। महाराष्ट्रमे जनशक्ति का दबाव निर्माण करने से सरकारने सुचना का अधिकार, ग्रामसभा को जादा अधिकार, दफ्तर दिरंगाई जैसे सात महत्वपूर्ण कानून बनवाये। ऐसे कानून बननेसे व्यवस्थामे परिवर्तन आ गया है और भ्रष्टाचार को कुछ हद तक रोकथाम लग गई।व्यवस्था परिवर्तन करके देश का भ्रष्टाचार कुछ हदतक कम हो जाए इसलिए सरकारने जनलोकपाल कानून बनाना चाहिए इसलिए दिल्लीमे कही बार आयएसी के माध्यमसे उपोषण आन्दोलन करना पड़ा। आज़ादीके 65 सालके बाद पहली बार इस आंदोलनसे देश जाग गया। देशका युवक जाग गया। फिरभी रामलीला मैदान और जंतर मंतर के आन्दोलनसे जन लोकपाल कानून नहीं बना। क्योंकी सरकारकी नियत साफ नहीं थी। भ्रष्टाचार मुक्त भारत निर्माण की सरकारकी मंशा नहीं है। लेकिन देशका भ्रष्टाचार रोखनेके लिए जनता में जो जागृती आयी, करोडो रूपया खर्च करके भी जो जागृती नहीं आनी थी। वह जागृती 16 अगस्त 2011 के आंदोलन से पुरे देशमे आयी है।
अब ऐसा विश्वास हो रहा है की 2014 से पहले सरकार को कानून बनवाना ही पड़ेगा। कारण 16 अगस्त 2011 के वक्त कोई भी चुनाव नहीं था। अब 2014 में लोकसभा का चुनाव होनेवाला है। इस कारन सरकारको कानून बनवानाही पड़ेगा। लेकिन दुर्दैवसे कानून बननेसे पहलेही हमारे आंदोलन के दो हिस्से बन गए। एक चुनाव के रास्तेसे जानेवाला हिस्सा और दूसरा आंदोलन के रास्तेसे जानेवाला हिस्सा। सरकारके कही लोग चाहते थे की टिम अन्नाको कैसे तोड़े? सरकारने लगातार दो साल प्रयास करनेके बावजूद भी टिम नहीं टूटी थी।
लेकिन इस वक्त सरकार की कोशिश ऩा रहते हुए भी सिर्फ राजनीती का रास्ता अपनानेसे टिम टूट गयी। यह इस देश की जनता के लिए दुर्भाग्य की बात है। शायद टिम टूटने के कारन सरकारके कही लोगोने ख़ुशी मनाई होगी। राजनीती के रास्तेसे जानेवाला ग्रुप बार बार ये कहते रहा था की अन्ना कहे तो हम पक्ष और पार्टी नहीं बनायेंगे। लेकिन पार्टी नहीं बनानेके मेरे निर्णय के बावजूद पार्टी बनानेका फैसला लिया गया। कभी कभी मेरा नाम लेकर यह भी कहा गया की अन्ना के कहनेसे ही हमने पार्टी बनाने का निर्णय लिया है, यह बात ठीक नहीं है।
जनताको विकल्प देनाही पड़ेगा, लेकिन चुनावके लिए पैसा कहाँ से आएगा? पार्टी में आनेवाले लोग चरित्र्यशील होंगे इसलिए उनके चयन का तरीका क्या होगा? आज स्वार्थ के कारन दस लोग इकठ्ठा नहीं रह सकते, पुरे देशके कार्यकर्ताओंको इकठ्ठा कैसे रखेंगे? चुनावके बाद बुद्धिका पालट होता है, यह खुर्ची का गुणधर्म बन गया है। ऐसे स्थितिमे पर्याय क्या होगा ऐसे प्रश्नोंके जबाब मिलनेसे विकल्पकी बात सोच सकते है। लेकिन जबाब ही नहीं मिला।
4 अगस्त 2012 को जंतर मंतर पर मैंने स्पष्ट किया था की मै कोई पक्ष पार्टी नहीं बनाऊंगा। मै बीस साल से आंदोलन के रास्ते पर चलते आया हूँ। और आगे भी आंदोलन के रास्तेपरही चलते रहूँगा। हमारे रास्ते अलग अलग हो गए है, लेकिन मंजिल एकही है। और वो है भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण। एक बात अच्छी हुई की देशके जम्मू-कश्मीर से लेके कन्याकुमारी तक हजारो कार्यकर्ता इस आन्दोलन से जुड़ने के लिए आगे आये है। विशेष तौरपर कही राज्योंसे निवृत्त डायरेक्टर जनरल ओफ पुलिस के सात सदस्य आंदोलन से जुड़ रहे है। आयएएस के नौ सदस्य, फौज के ब्रिगेडीअर, कर्नल, जनरल इस पदोंसे पचास सदस्य और अलग अलग स्वयंसेवी संस्थांके अच्छे लोग आगे आये है। और आंदोलन के साथ जुड़ रहे है। भ्रष्टाचार मुक्त भारत के आन्दोलन के लिए यह एक आशादायी चित्र है। आज हमारे पास कोई पैसा नहीं है। कारन जीवनमे कही बैंक बलेंस नहीं रखा। दिल्लीमें जनता के समन्वय के लिए आंदोलन का दफ्तर होना जरुरी है। लेकिन पैसे के कारन दफ्तर नहीं बनवा पाए। जंतर मंतर और रामलीला मैदान में जनताने जो आर्थिक मदद की थी उनमेसे मैंने पाँच रुपया भी अपने लिए नहीं रखा। सभी पैसा इंडिया अगेंस्ट करप्शन के पास रखा। कारन वह आन्दोलन के लियेही खर्च हो। लेकिन मुजे विश्वास हो रहा है की जनताने 5 रुपया, 10 रुपया दिया तो भी पैसोकी कमी नहीं पड़ेगी। 20 साल से आंदोलन में मैंने यही रास्ता अपनाया है। कोई उद्योगपती या विदेशका पैसा नहीं लिया गया। और आगेभी मै नहीं लेना चाहता। जनता ने दिया हुआ 5 रुपया, 10 रुपया मुजे महत्वपूर्ण लगता है। जल्द ही आंदोलन का दफ्तर दिल्लीमे शुरू करनेका मनोदय है। ताकि आंदोलन से देशके विभिन्न भागोंसे जुडनेवाले कार्यकर्ताओंका समन्वय के लिए आसान रहेगा। आगे आनेवाले कुछ दिनोमे कार्यकर्ताओंकी मद्तसे देश के हर राज्योमे और राज्योंके हर गाँव तक यह आंदोलन पहोंचाने का प्रयास करना है। टेक्नोलोजी बहुत विकसित हुई है। इस कारण ये असंभव नहीं है। जन संघटन के माध्यमसे सामाजिक दबाव बढ़ गया तो ना कहनेवाली सरकारको हां कहना पड़ेगा। अथवा सत्तासे जाना पड़ेगा। गाँव से दिल्ली तक जनशक्ति का संघटन बन गया तो आज संसद में दागी लोग जाने के कारन जन लोकपाल, राइट टू रिजेक्ट, ग्रामसभा को जादा अधिकार, दफ्तर दिरंगाई, जनता की सनद ऐसे कानून नहीं बन रहे है, उस संसद में जनताने अपना चरित्र्यशील उम्मीदवार चुनकर भेजना है। उम्मीदवार सही है या गलत है इस बात को आंदोलन के लोग देखेंगे।
देश के 6 लाख गाँव तक संघटन बन गया तो ये असंभव नहीं है। संसद लोकशाही का पवित्र मंदिर है। ऐसे पवित्र मंदिरमे जनताने पवित्र लोगोंको भेजना है। ये लोकशिक्षा और लोक जागृती काम आन्दोलन करेगा, बाकी सबकुछ जनताने करना है। जनतंत्र में जनता का तंत्र होना चाहिए। देश में जन संघटन बन गया तो भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए कही कानून बनवाने के साथ साथ किसानोंके प्रश्न है, मजदुरोंके प्रश्न है, शिक्षा क्षेत्र में जो अनागोंदी हो रही है उसमे सुधार लाना है। ऐसे परिवर्तन का काम आंदोलन के माध्यमसे हो सकते है। परिवर्तन की प्रक्रिया जल्दबाजी में नहीं होगी। आंदोलन के माध्यमसे प्रदीर्घ निरंतर चलनेवाली ये प्रक्रिया है। संविधान और कानून का आधार लेकर हमें बहुत लम्बी लड़ाई लड़नी होगी। लेकिन जन लोकपाल कानून 2014 तक बन सकता है, ऐसा हमें विश्वास हो गया है। अक्तूबर-नवम्बर में देशकी यात्रा शुरू करनी है। बिहार में जेपीने जहासे आंदोलन शुरू किया था वही गाँधी मैदानसे इस यात्राका प्रारंभ करने का मनोदय है। लोकशिक्षा और लोक जगृतिके लिए देश के हर राज्योमे यह यात्रा चलेगी। आंदोलन के दो हिस्से बन गए यह देश का दुर्भाग्य है। अभी भी कही लोग इस आंदोलन को तोड़फोड़ करनेकी कोशिश कर रहे है।
मुझे कही पक्ष, पार्टी, सांप्रदायिक संघटन के साथ जोडनेका प्रयास करते है। मेरे जीवन में मै किसी पक्ष-पार्टी या संघटन के साथ जुड़ने का प्रयास किया नही। और शरीर में प्राण है तब तक किसी पक्ष, पार्टी या सांप्रदायिक संघटन के साथ नहीं जाऊंगा। मैंने व्रत लिया है की जीवनमे सिर्फ देश और जनता की सेवा करनी है। और वह सेवा निष्काम भावसे करनी है। ऐसी सेवाही मेरी इश्वर की पूजा है। जनता से मेरी नम्र प्रार्थना है की राजनीती के कारन आंदोलन के दो हिस्से बन गए। अब जो आंदोलन बचा है उस आंदोलन को तोड़ने के लिए उलट पुलट बाते आती है। तो जनताने ऐसी बातोंपर विश्वास नहीं करना है। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते जायेगा, वैसेही कही पक्ष-पार्टी वोट मिलने के लिए मेरे नाम का दुरूपयोग करने की कोशिश करेंगे। मुझे किसी पक्ष-पार्टी के साथ जोड़ेंगे। आंदोलन का नाम लेकर दुरूपयोग होगा। लेकिन उसपर किसीने विश्वास नहीं करना है। आंदोलन सिर्फ आंदोलन ही रहेगा। क्यों की आंदोलन एक पवित्र व्यवस्था है। पावित्र्य संभालते हुए आंदोलन चलाना है। देश की जनता गाँव से लेकर दिल्ली तक जितनी संघटित होगी उतनी ही भ्रष्टाचार को रोकनेमे सफलता मिलेगी।
कि. बा. तथा अन्ना हजारे. |
राळेगणसिद्धी
दि. 28 सप्टेंबर 2012
DEAR ANNA JI,I respect you a lot like other INDIANS but i wanna ask you one thing"mujhe apna ghar bhi saaf karna hai aur mein apna haath bhi ganda nahi karna chahta.kya ye possible hai?? "datz xactly wat u all r doing.plz help arvind ji in forming a non-corrupt political party who wll really wrk for INDIANS.
ReplyDeleteYes we are with both however please read
Deletehttp://www.imedium.in/questions/189/should-anna-give-a-political-option
and answer us. Arvind has fare amount of chance to win.
http://www.imedium.in/questions/196/will-political-party-floated-purely-on-the-anti-corruption-plank-succeed
Don't use blogging for one way communication. Its similar to what Manmohan Singh do on twitter.
http://ibnlive.in.com/news/anshuman-mishra-attends-gadkaris-son-wedding/267621-37-64.html
Deletehttp://articles.timesofindia.indiatimes.com/2012-01-09/nagpur/30606819_1_sugarcane-growers-support-price-farmers
http://www.ndtv.com/article/india/vidarbha-the-lie-of-the-land-213184
http://www.mahaagri.gov.in/distprofile/Nagpur.html
Progressindia008@yahoo.com
http://www.sinetinfo.com/pdf/casestudies_sugar.pdf
http://purtigroup.com
http://www.dnaindia.com/india/report_vidarbha-water-powers-nitin-gadkari_1695974
http://www.ndtv.com/article/india/vidarbha-the-lie-of-the-land-213184
http://www.indiankanoon.org/doc/684439/
http://thermalpower.industry-focus.net/maharashtra-thermal-projects/416-chintamani-agrotech-plans-30-mw-cogeneration-project-in-bijora.html
http://agrariancrisis.in/2012/05/page/2/
http://in.news.yahoo.com/jairam-ramesh-drags-nitin-gadkari-coal-scam-053801317.html
http://www.newstrackindia.com/newsdetails/2012/05/31/426-Gadkari-more-of-a-businessman-than-politician-Digvijay-Singh.html
http://samaw.com/who-is-nitin-gadkari/1869
http://www.samachar.com/Coal-scandal-Businessman-close-to-Nitin-Gadkari-got-sweetheart-deal-claims-Congress-mjgoKEabgbj.html
http://www.nagpurpulse.com/nitin-gadkari
http://www.youtube.com/watch?v=R1Eo0UFTmb0
http://tnewsagar.blogspot.no/2012/06/nitin-gadkaris-dubious-businesses.html
http://indiatoday.intoday.in/story/bjp-president-nitin-gadkari-rs-500-crore-purti-group-produces-36-mw-of-power-energy-every-month/1/135345.html
http://purtigroup.com/photogallery.html
We are wid Arvind kejriwal,, is desh lo acha kanoon se zyada ache neta ki zarurat hai
ReplyDeletei am cent percent agree with you HARJOT...........
DeleteMr. Hazare
ReplyDeleteyou are self centered moron..nothing for than that.you are exposed..
Thanks
ANNA, I WAS A BIG SUPPORTER, BUT SINCE U LEFT ARVIND SIR, U R GOING TO LOOSE SUPPORT. ARVIND IS OUR ROLE MODEL AND ICON. IT IS U WHO HAVE GUIDED HIM FOR A POLITICAL PARTY AND IT SEEMS YOU ONLY GONE BACK. ONE WAY YOU HAVE DITCHED US. PLEASE JOIN ARVIND AND GIVE HIM SUPPORT SO THAT WE CAN GET RID OF CORRUPT POLITICIAN.
ReplyDeleteIn my opinion this is not Mr. Anna ji decision. we don't know why Anna ji changed the statement frequently, it seems that he easily convinced by others. Some peoples are using him for personal ...........Overall making a new party decision was taken only after after Anna ji suggestions.
ReplyDeleteIt is Kiran Bedi's Decision (Future BJP CM of Delhi)
DeleteIt is VK Singh Decision (Future BJP MP from Bhiwani)
In dono ko Gaajar Dikhai Ram Madhav (RSS Spokesman) aur Annaji ko Ghutti Pilayi Sitaram Jindal ne (Jindal Aluminium Ltd)
Annaji Desh ke liye apni pratigya tod dijiye. Apki pratigya desh ki zaroorat se badi nahi ho sakti.
Samay rehte badal lijiye apna nishchay.
Desh ko ye brashtachari bech ke khaa jayenge to aap apni pratigya ka kya achaar dalenge ??
Kejariwal is the one who change his statement, he has openly said if Anna says no to politifcal party we will cancel our plan but see how he has ditched Anna ji also. Kejariwal gang is just supporting Congress.
DeleteVeer Bhadra, had Aravind been supporting Congress, why he took protest rally against PM and others who allegedly involved in Coalgate scam? when he talks against bjp it is taken as he is supporting cong. and whn he talks against cong u may say he is in favor of bjp. why it is like that? why don't u think he is against all corrupt parties be it cong, bjp or any other.
DeleteAnnaji also had told at Jantarmantar about giving political alternative, but he had also told he will not form party but he will support such move if people agree. after survey overwhelmingly people people supported this move, why Anna taken aback? I respect Annaji's priniciple of not joining any party, but why u all people think Aravind ditched Anna. both have freedom to act as their conscience or principle says. we should respect that. though both movements have taken different routs, the aim is one. so u can support Anna, but pls don't blame Aravind or his supporters, it only strengthens the corrupts.
@veer bhadra Even if Arvind has ditched Annaji its for the greater cause and benefit for the nation, He has shown that nothing is bigger for him than country..I salute the man!
Delete@Prashant Arvind is supporting congress, he is just gonna share anti congress votes, so indirectly congress will get benefited.
Delete@unknown Arvind kejariwal not only ditched Annaji he has also ditched this nation, he has proved Mahatma gandhi was wrong, we can not achieve any thing by way of "satygarha". Why he is not fighting Gujarat election if BJP is also corrupt, he is will delhi election so that anti congress votes can be divided. Shame on him.
Dear Anna ji,
ReplyDeletein logo ke bato ko kripya najar andaj kar de , ye log mujhe lagta hai arvind kejriwal ke agent hain , main jaanta hu ki aap des ka bhala chahte hain , or ye bhi saaf hai ki arvind ne aapko use kiya tha , jo bhi is des ki sacchi janta hai , vo aapka saath jarur degi kyun ki aap hamare liye ladai lad rahe hain .......
Main bhagwan se aapki lambi umar ka prarthna karte huye apko dhanyavad deta hu ... aap hamare adarsh hain ... jai hind. vande matram.
sir ji koi kisi ka agent nahi hai sab hum log desh hit chahtey he jaise bhi ho anna ji ka decision sahi ya galat anna ji behtar jante hai hume batane ki jarurat nahi hume to sirf field work karna hai ....
DeleteDear Shakti Mishra, Desh se bada koi nahi hai, na to Annaji na hi Kejriwal aur na hi Annaji ki Pratigya. Annaji 20 year se lad rahe hai aur vo sirf maharashtra tak simit the. last 2 year se jab Annaji Kejriwal k sampark me aaye tabhi ye andolan pure desh me huaa hai. Kejriwal ji ne Anna ko sahi track me laya tha....Aur mujhe pura yakin hia ki Annaji kuchh dino k bad keriwal ko hi Support karenge.....BTW- I am big follower of Annaji/Kejriwal
DeleteThis comment has been removed by the author.
Deletewell written...we agree...Its such a shame that IAC posters now have photos of Sanjay singh....had ho gayi....even IAC updates gives his quotation....
ReplyDeletePlease read http://www.imedium.in/questions/189/should-anna-give-a-political-option and answer us. don't use blogging for one way communication. Its similar to what Manmohan Singh do on twitter.
ReplyDeletePlease don't write all this. It's just a difference of opinion and we all together will try to make both the paths to convert it into single path. Then after we all will be proudly able to say, "Now our path and manzil are both same"
ReplyDeleteIt's NOT too late yet and it's all of our duty to not create partiality between anyone of them i.e. Anna Ji or Arvind Ji. We all belong from well cultured well mannered well disciplined society.
This is my personal opinion and there may be minor difference of opinion in the thoughts of all of us.
Regards,
Kalpesh Sharma
Expertise: IT Security Expert, Research, Technical Intelligence, Writing & Public Speaking.
Current Designation: MD & Chairman, Spebiz Technology Private Limited
Ahmedabad, India.
+91-8141571410.
kalpesh you are right, lekin mai anna ke saath rahunga aur vote arvind ko doonga agar candidate sahi hua.
Deletei m also agree with aloke sharma mai arvind j k liye bhi karya karung aur anna ji k liye bhi....
DeleteAnnaji hum aapke saath hai, beemar hu lekin jitna ban padega karoonga bharat mata ke liye.
ReplyDeleteAnnaji,
ReplyDeleteNamaskaar ! Kya apko pata hai ki Nitin Gadkari ki bhrashtachar charam seema pe pahuch gaya hai.
1. Usne 250 Acre jameen saste damo per sugar mill banane ke liye gareeb kisano se cheen liya.
2. Usne ek sugar mill ko kharida aur vidarbha ke kasano to 'support-price' 1800-2500 ki bajaay 1200 hi diye aur khud 12 Karod ka munafa kamaya.
3. Uski Kai 'Front-Compniya' hai jisme uska tatha uske mitron ka paisa laga hai.
4. Kya aapko pata hai ki 'Mahatma Sugar' wardha me kisano ka shoshan kar rahi hai ?
5. Kya apko iss baat ki jaankari hai ki, Gadkari wa uske miron tatha sharad pawar ki santh-ganth se vidarbha ke ilake me kisano ki aatm-hatya ke mamle badh rahe hai?
6. Gadkari ne Ganne ki paidawar na hone wale ilake me Purti Sugur Mill kyo lagai ?
7. Kya aapko pata hai ki in kampaniyon ke piche kaun hai ?
i. Ideal Energy Projects Limited.
ii. Chintamani Agro Pvt Limited.
iii. Purti Agrotech Limited.
iv. JINBHUVISH GROUP OF COMPANIES
1. JINBHUVISH (WANJARA) LAND DEVELOPERS PRIVATE LIMITED
2. JINBHUVISH ENERGY (EAST) PRIVATE LIMITED
3. JINBHUVISH ENERGY (SOUTH) PRIVATE LIMITED
4. INBHUVISH ENERGY PRIVATE LIMITED
5. JINBHUVISH FERTILIZERS PRIVATE LIMITED
6. INBHUVISH INFRATECH PRIVATE LIMITED
7. Jinbhuvish International Private Limited
8. JINBHUVISH POWER GENERATIONS (MP) PRIVATE LIMITED
9. JINBHUVISH POWER GENERATIONS PRIVATE LIMITED
10. JINBHUVISH POWER PRIVATE LIMITED
v. Purti Super Bazar
vi. Purti Power and Sugar Limited
vii. Umred Agro Complex Limited
viii. Yash Agro Energy Limited
ix. Mahatma Sugar and Power Limited
x. Wainganga Sugar and Power Limited
Vidarbha ke kshetra mein Nitin Gadkari Power Sector mein itni companiyon se kaise jud gaya ?
Kya in sab swalon ke uttar aap Shri Sitaram Jindal se pooch Sakte hai, jinke clinic me aap swasthya laabh ke liye jaate hai ??
Kya Shrimati Kiran Bedi ji in sab upar di gayi companiyon ki investigation kar ke ghotalon ko janata ke saamne pesh karne ki himmat rakhti hai ?
Aap ke wicharon se mai bikul sehmat hu, per kya aap is maamle me kuch karenge yaa sirf is comment ko delete kar diya jayega ???
Kripya Uttar Dene Ka Kasht Karen.
Annaji, Apke jawab ka intezar rahega. Dhanyawad.
ReplyDeleteAnna Ji mai aapka bahut aadar karta hoon aur jabse yeh andolan shuru hua hai mai iske saath juda hua hoon. Par Anna ji ab lagne laga hai ke ham kab tak aise hi andolan karte rahenge, aakhir haasil kya hoga hamein andolan karke. Ham sadko par aate hain, aap bhuke baithe rehte hain, in brashtachariyon ko koi farak nahin padta....
ReplyDeleteAapko shayaid maloom hi hoga ke Swami Nigmananda ji Ganga ji par ho rahe awaidh khanan ke khilaaf anshaan karte karte bhagwaan ko pyare ho gaye. Woh 115 days fast par baithe rahe par in logo ko koi farak nahin pada. Inko kisi ki jaan ki koi parwah nahin hai, yeh sirf janta ki ek jutta se darte hain. Aur Anna ji andolan ke liye janta aage nahin aa rahi hai....vaise aapko kaafi log support karte hain par har kisi ke paas sadko par utarne ka time nahin hai, is liye woh har baar andolan ka hissa nahin ban paate, to aise mein Anna ji kya Arvind ji ka tarika sahi nahin hai. Kripya apne nirne par dubara vichaar kariye, kyonki desh ko aapki aur Arvind ji dono ki zaroorat hai....Jai Hind
Amit Tandon ne theek kaha. Sitaram Jindal ne na jaane aapko kaun si ghutti pila di Arvind Kejriwal Ke khilaaf.
ReplyDeleteRam Madhav bhi safal ho hi gaye Anna aur Arvind ko alag karne me.
Abhi bhi waqt hai, chet jaiye Annaji. Ye (BJP) Bhartiya Jhansa Party aur CON-gress dono hi badmash hai.
Vinaash kaaley vipreet budhi !!
Anna ji
ReplyDeletesadar pranam
I was present at jantar mantar when u announced about a political alternative, I don't know why u r refusing now. I had very high regards for u and looked forward to u for a bright future for India but now that hope has diminished.... because of ego clash of kiran and arvind you hv not been able to take a firm stand. I want to bring to your kind notice that India is now Independent and you don't need to do fast like Gandhiji since u hv now option to enter into election fray unlike in the times of Gandhiji. I don't know why u r shying of from that option when whole India is with u. I would again request u to kindly think again. one more thing I would request since u gave a call to come out in aug 11, youth came out in full support. now its your duty to tell them truth why u don't support political system of this country.
regards
Dear Anna,
ReplyDeleteI do not expect you to lie. You clearly said at Jantar Mantar that you will listen to people's voice and if people wanted a political alternative, you will go ahead with it. But you did not listen to our voice. You did a grave mistake of splitting the movement.
Trust me, me and my friends and relatives, and countless people I know of do not respect your decision. You backed out, you betrayed this nation. We want to get rid of dirty politicians but you and your team members (Kiran Bedi) support the BJP. BJP is same as Congress. And we, the people of India, want an alternative.
I am not asking you to join politics. I want you to back the political movement and help the team to stay together and use your efforts to bring good candidates. We are tired of andolans and consitution of India has a framework set where educated citizens can come forward and make changes in the Parliament. Please do not run away from it.
Please do not break India, if you love your motherland you will have to back Mr Kejriwal. Every Indian is with him, and who is not with him is against India. Please do not go back on your word. You are a great role model and it is time to do service to our motherland by showing these corrupt politicians that elections are not won by just money alone.
Vivek
yes vivek is right we all respect u annaji getting scared of politics is not the right decision support mr.kejriwal he will come out with flying colours after coming to politics people may change but even in that case it will b better than the present scenario be optimistic and the fear that congress might get the benifit if votes get didvided coz of the new party should not make us to bring bjp to power which is also corrupt it may take time but we should have our own party in power and no body is asking to stop andolan that should also be continued
Deleteअन्ना क्या भूके रहने से कुछ बदलने वाला हैं ??? देश को जरुरत हे एक साफ़ सुथरे विकल्प की ... आप को अपनी छवि की चिंता छोड़ देश को विकल्प देना चाहिए... अगर नही दे सकते तोह जो लोग दे रहे हे उनके लिए ऐसी बातें नही करनी चाहिए... आप से ये उम्मीद नही थी ....
Deleteअन्ना जी सादर प्रणाम ,
ReplyDeleteआपका ब्लॉग पढ़कर प्रसन्नता हुई , आपने लिखा है कि आन्दोलन आगे बढ़ाने के दिल्ली में आफिस कि आवश्यकता है
मेरा सुझाव है कि आप किरण बेदी जी का दफ्तर इस्तमाल कर सकते हैं ,
बाबा रामदेव जी भी कोई दफ्तर दे सकते हैं ,
सीताराम जिंदल भी दफ्तर मुहय्या करा सकते हैं ,
और जनता के भले के लिए अपने आप हिंद स्वराज ट्रस्ट का पैसा भी इस्तमाल कर सकते हैं
केजरिवाल जि , एक बात धयान रहे गाव-देहात मे एक कहावत है-”दो-तिन नाव की सवारि मेहंगी पर जाति है।”
ReplyDeleteअगर केवल भ्रस्टाचार के खिलाफ़ आन्दोलन चल्ता तो आज सरकार रो रही होति और टिम अन्ना कभि भङ ना होति।
मेघा पाटेकर और श्री अन्ना हज़ारे के रेह्ते भि अगर ये नहि सिख पाये तो आप राजनिति के लिये सर्वथा उप्युक्त बन्दे हो केजरिवाल जि. आप का भविष्य राजनिति मे उजवल है|
आप राजनिति मे आओ, अच्छा है जि, काग्रेस को हराओ, अच्छि बात है जी।
मगर राजनिति मे आकर बिना किसि बड़े दल के सहयोग के आप सत्ता-रुध दल को हरायेंगे कैसे?
जन्तर-मन्तर से या फ़ेस्-बुक से सरकार नहि बद्लति, सरकार बदल्ति है वोट दालने से! तो अर्विन्द जी चलो मेरे साथ पेहले वोट डालने……!
वोट कि चोट को पेह्चाने, लोकतन्त्रा मे वोट सब्से बड़ि सक्ति है। ईन्दिरा गान्धि भि चुनाव हार जाति है तो मन मोहन जी क्या है?
राजनिति मे अन्नाजी जैसे सिधे लोग सफ़ल नहि हो सकते, आप हो सकते है, मगर एक भिजन तो हो?
केजरिवाल जि एक राह पे आगे बधे भटके नही।राह मे रोड़े आयेंगे काटे बिछेंगे मगर एक पथ पे बधते रहे और हा जरा बचके-बचाके क्युकि ये याद रखे कि राजनिति काजल कि कोठरी है,और ”काजल कि कोठरी मे काजल तो लागे हि लागे!”
Anna mai aapki respect isliye karta tha kyuki mze lga aap bhrashtachaar ko mita dene k liye lad rhe hai,lekin jo team koi nhi tod paya wo aapne khud tod di......arvind ne to wahi kiya jo saalo se humare man mai thi ki kise vote de? Lekin aapke hatne se aapki credibility aur logo ko aise aandolan karne walo se vishwas hat gya hai....aapka naam to kishan baburao hazare hai,anna naam to janta ne diya hai,to anna naam par itna ghamand kyu? Kirqn jaise gaddar aur shivendra jaise chor k sath rehkar kya paoge.....aapko sirf jeet,ya haar dikh rhi hai chunav mai,aur mze dikh rha hai ki saari partiyo ko acche log utarna padhega kyuki arvind aisa karenge.....aapko arvind k dimaag ne aasman par pahuchaya tha lekin kiran bedi ka dimag aur aapka ghamand aapko choor choor kar dega...mai bhi arvind,tu b arvind ab to sara desh hoga arvind.
ReplyDeleteअन्ना जी को प्रणाम और सलाम -
ReplyDelete((( अन्ना जी हमारा देश गरीबी, बेरोजगारी, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, सम्प्रदायकता के कारण लंगड़ा हो गया है आप से निवेदन है हमारे प्यारे वतन हिंदुस्तान को खड़ा कर के चला दीजिये )))
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अन्ना जी आप हमारे बड़े है आदर्श है और हम यह भी जानते है आप एक सच्चे देश भक्त है इसमें कोई शक नहीं है और मुझे पूरा विश्वास है आप देश वासियों के साथ कभी गलत नहीं होने देंगे, जब जब आप ने अनशन के लिए बुलाया हम सब कुछ छोड़ कर आप के एक बार कहने से आ गए लेकिन अनशन करने से हमें क्या मिला ? आप सच्चे मन से अनशन करते गए लेकिन सरकार ने गोल मोल तरीके से बात को घुमा कर बार बार धोखा दिया और मेरे बहुत से साथी भी कहने लगे बार बार अनशन करने से कुछ नहीं होगा, इसी बीच में मेरे मन में शहीद ए आज़म भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चन्द्र शेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान और ग़दर पार्टी के क्रांतिकारी करतार सिंह सराबा, राम मुहम्मद सिंह आजाद(उधम सिंह आजाद), जैसे क्रांतिकारियों की तरह ही कुछ करने का जज्बा और ज्यादा बढ गया लेकिन सोचा अगर हम हिंसा करेगे तो आप के द्वारा खड़ा किया गया आन्दोलन बदनाम हो जायेगा यही सोच कर कुछ समय के लिए रुक गए सोचा जब सारे रास्ते बंद हो जायेंगे तो क्रांति ही एक मात्र विकल्प रह जायेगा,
अन्ना जी में कभी किसी पार्टी को वोट नहीं देता क्योकि मुझे पता है सारे नेता चोर और बेईमान है लेकिन जब आप ने राजनेतिक विकल्प देने की बात की तो हमें एक उम्मीद की किरण नज़र आई लेकिन अब आप ने उस उम्मीद को तोड़ दिया,
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अन्ना जी कीचड़ को साफ़ करने के लिए कीचड़ में उतरना पड़ता है एक छोटा सा निवेदन है आप को में कुछ फिल्मो के नाम बता रहा हूँ यह फिल्मे देशहित के लिए जरुर देखना
१. नायक - द रियल हीरो
यह नायक फिल्म का छोटा से सीन है यह जरुर देखे, अगर आप यह अच्छा लगे तो पूरी फिल्म जरुर देखना
http://www.youtube.com/watch?v=LryRE3J22KY
२. युवा
http://www.youtube.com/watch?v=SN71eLlGBuY
यह दो फिल्मे देखने के बाद आप खुद फेसला करना देश को राजनेतिक पार्टी चाहिए या नहीं ?
.
आप आध्यात्मिकता से भी जुड़े हुए है भगवन के नाम पर जाप भी करते होंगे पाक और पवित्र मन से आप ॐ अल्लाह साईं नानक जीजस वाहेगुरु जीजस ॐ नमो नारायण अल्लाह हूँ अकबर जो भी खुदा का नाम पसंद हो उस पर जाप करना और उस मालिक से खुद पूछ लेना वो मालिक क्या चाहते है, में तो उस मालिक का शरणागत हूँ वो जो करते और करवाते है में वो ही करता हूँ मेने उस मालिक से जान लिया है वो क्या चाहते है लेकिन अब आप की बारी है अन्ना जी :-)
आप का साथ रहा तो हम आन्दोलन भी करेगे और देश की जनता को पाक और पवित्र राजनेतिक विकल्प भी देंगे, एक बात और याद रखना हमारे पूज्य अन्ना जी आप हमारे दिलो में थे, है और हमेशा रहोगे, अपना ख्याल रखना, मेरे मालिक भगवान कल्कि, शिर्डी साईं बाबा जी. अल्लाह, राम, कृष्ण आप का भला करे- अमीन
.
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जाने अनजाने में आप के पुत्र नदीम राम अली ने कुछ गलत बोला हो तो उसके लिए माफ़ी चाहता हूँ अपना बेटा समझ कर माफ़ कर देना पूजा अन्ना जी
.
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नोट - अन्ना जी मुझे राजनीति से कोई लगाव नहीं है न मुझे नेता बनना है लेकिन में उम्मीद करता हूँ आने वाले समय में एक सच्चे देश भक्त को अपना वोट डालूँगा जो मेरे प्यारे वतन हिंदुस्तान को पाक और पवित्र कर देगा :-) और इस संसार से मुझे कोई मोह नहीं है क्योकि मेने अपने मालिक भगवान कल्कि को पा लिया है और बहुत जल्द मैं अपने मालिक अपने गुरु भगवान कल्कि के साथ मिल कर इस संसार को प्यार के रंग से भर दूंगा .... ॐ नमो नारायणाअल्लाह हूँ अकबर
अन्ना जी को प्रणाम और सलाम -
ReplyDelete((( अन्ना जी हमारा देश गरीबी, बेरोजगारी, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, सम्प्रदायकता के कारण लंगड़ा हो गया है आप से निवेदन है हमारे प्यारे वतन हिंदुस्तान को खड़ा कर के चला दीजिये )))
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अन्ना जी आप हमारे बड़े है आदर्श है और हम यह भी जानते है आप एक सच्चे देश भक्त है इसमें कोई शक नहीं है और मुझे पूरा विश्वास है आप देश वासियों के साथ कभी गलत नहीं होने देंगे, जब जब आप ने अनशन के लिए बुलाया हम सब कुछ छोड़ कर आप के एक बार कहने से आ गए लेकिन अनशन करने से हमें क्या मिला ? आप सच्चे मन से अनशन करते गए लेकिन सरकार ने गोल मोल तरीके से बात को घुमा कर बार बार धोखा दिया और मेरे बहुत से साथी भी कहने लगे बार बार अनशन करने से कुछ नहीं होगा, इसी बीच में मेरे मन में शहीद ए आज़म भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चन्द्र शेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान और ग़दर पार्टी के क्रांतिकारी करतार सिंह सराबा, राम मुहम्मद सिंह आजाद(उधम सिंह आजाद), जैसे क्रांतिकारियों की तरह ही कुछ करने का जज्बा और ज्यादा बढ गया लेकिन सोचा अगर हम हिंसा करेगे तो आप के द्वारा खड़ा किया गया आन्दोलन बदनाम हो जायेगा यही सोच कर कुछ समय के लिए रुक गए सोचा जब सारे रास्ते बंद हो जायेंगे तो क्रांति ही एक मात्र विकल्प रह जायेगा,
अन्ना जी में कभी किसी पार्टी को वोट नहीं देता क्योकि मुझे पता है सारे नेता चोर और बेईमान है लेकिन जब आप ने राजनेतिक विकल्प देने की बात की तो हमें एक उम्मीद की किरण नज़र आई लेकिन अब आप ने उस उम्मीद को तोड़ दिया,
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अन्ना जी कीचड़ को साफ़ करने के लिए कीचड़ में उतरना पड़ता है एक छोटा सा निवेदन है आप को में कुछ फिल्मो के नाम बता रहा हूँ यह फिल्मे देशहित के लिए जरुर देखना
१. नायक - द रियल हीरो
यह नायक फिल्म का छोटा से सीन है यह जरुर देखे, अगर आप यह अच्छा लगे तो पूरी फिल्म जरुर देखना
http://www.youtube.com/watch?v=LryRE3J22KY
२. युवा
http://www.youtube.com/watch?v=SN71eLlGBuY
यह दो फिल्मे देखने के बाद आप खुद फेसला करना देश को राजनेतिक पार्टी चाहिए या नहीं ?
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आप आध्यात्मिकता से भी जुड़े हुए है भगवन के नाम पर जाप भी करते होंगे पाक और पवित्र मन से आप ॐ अल्लाह साईं नानक जीजस वाहेगुरु जीजस ॐ नमो नारायण अल्लाह हूँ अकबर जो भी खुदा का नाम पसंद हो उस पर जाप करना और उस मालिक से खुद पूछ लेना वो मालिक क्या चाहते है, में तो उस मालिक का शरणागत हूँ वो जो करते और करवाते है में वो ही करता हूँ मेने उस मालिक से जान लिया है वो क्या चाहते है लेकिन अब आप की बारी है अन्ना जी :-)
आप का साथ रहा तो हम आन्दोलन भी करेगे और देश की जनता को पाक और पवित्र राजनेतिक विकल्प भी देंगे, एक बात और याद रखना हमारे पूज्य अन्ना जी आप हमारे दिलो में थे, है और हमेशा रहोगे, अपना ख्याल रखना, मेरे मालिक भगवान कल्कि, शिर्डी साईं बाबा जी. अल्लाह, राम, कृष्ण आप का भला करे- अमीन
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जाने अनजाने में आप के पुत्र नदीम राम अली ने कुछ गलत बोला हो तो उसके लिए माफ़ी चाहता हूँ अपना बेटा समझ कर माफ़ कर देना पूजा अन्ना जी
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नोट - अन्ना जी मुझे राजनीति से कोई लगाव नहीं है न मुझे नेता बनना है लेकिन में उम्मीद करता हूँ आने वाले समय में एक सच्चे देश भक्त को अपना वोट डालूँगा जो मेरे प्यारे वतन हिंदुस्तान को पाक और पवित्र कर देगा :-) और इस संसार से मुझे कोई मोह नहीं है क्योकि मेने अपने मालिक भगवान कल्कि को पा लिया है और बहुत जल्द मैं अपने मालिक अपने गुरु भगवान कल्कि के साथ मिल कर इस संसार को प्यार के रंग से भर दूंगा .... ॐ नमो नारायणाअल्लाह हूँ अकबर
Big resultes acheived by patience and continours effert in right way.This is law of nature,Rom not built in one day.
Deletecurrecption not came in our blood in one day ,how it can sweeped in just short of time, we have to put unselfish service togather to acheived the final result.
Jai Hind...
"जनताको विकल्प देनाही पड़ेगा, लेकिन चुनावके लिए पैसा कहाँ से आएगा? पार्टी में आनेवाले लोग चरित्र्यशील होंगे इसलिए उनके चयन का तरीका क्या होगा? आज स्वार्थ के कारन दस लोग इकठ्ठा नहीं रह सकते, पुरे देशके कार्यकर्ताओंको इकठ्ठा कैसे रखेंगे? चुनावके बाद बुद्धिका पालट होता है, यह खुर्ची का गुणधर्म बन गया है। ऐसे स्थितिमे पर्याय क्या होगा ऐसे प्रश्नोंके जबाब मिलनेसे विकल्पकी बात सोच सकते है। लेकिन जबाब ही नहीं मिला।"---
ReplyDeleteअन्ना जी विकल्प सिर्फ यही है की जितनी भी अच्छे लोग है सिर्फ उनको ही वोट दिया जाये. जिनके खिलाफ अगर एक भी आरोप है उसे जीतने ही ना दिया जाये.
सारे देश के अच्छे - अच्छे खिलाड़ी चुनो
ReplyDeleteऔर उनसे कहो अपनी-अपनी टीम से खेलें
और भारत को वर्ल्ड कप जितायें ......
Anna ji
ReplyDeletemain janta hun ki aap jitna sache hain sayad aur koi hai.aise hi apna khule vichar rakhte jaiye. hum aravind ji ko bhi maante hain.lekin yeh log jante nehi ki gandhi ka diya hua astra main kitna taqat hai. Aise hi apna rahon pe chalte jayiea hum tumhara sath rahenge. jay hind
भाई अन्ना जी संत , मनिश्वी , तपस्वी हैं जो नीम के तरह सारे सरीर के रक्त की सुद्धि करने की सोंचते हैं और अरविन्द जी नव तरुनाई के शल्यचिकित्सक हैं जो चाहते हैं हैं की शरीर के सबसे सड़े अंग का शल्य क्रिया द्वारा तत्काल निदान कर दें !
ReplyDeleteRespected Anna,
ReplyDeleteThought of starting as ‘Dear Anna’, bit not happy these days so just Respected Anna, hope you understand that. Ok coming to point now.
Last year or possibly earlier a mass mission started taking shape in favor of honest governance, with ‘Jan Lokpal Bill’ as means to achieve this. Hope you agree that this bill is only a means and not the end. This movement had various phases some highs some low some very low. Recently we saw a fast unto death abandoned due to some reasons not really comprehensible by ordinary people like me. We could see enthusiastic waving of Tiranga however could not understand source of this enthusiasm. Later functioning team was dismantled and your figure/name was prohibited from being used as mascot by individuals/groups opting political means; I sometimes think this is good and honest other times I wonder if any permission was sought before using figures of Bhagat Singh and others; hmm… who will talk for dead guys!
Fight for liberation from British started somewhere around 1857 and terminated successfully in 1947, 90yrs. This included methods of Mangal Pandey, Rani Laxmi Bai, Gandhiji, Subashji, Bhagat Singh and numerous others. Bhagat Singh also did fast though he practiced other method as well. Rabindra Nath on the other hand chose not to do charkha as nation with all weavers and no poets would be clothed but devoid of culture. I wonder if this crossed your mind before you chose to neither appose nor appreciate relevance of other means.
Some thoughts are still pondering in my mind and I do not understand them well; after Bhagat Singh’s death Gandhi said “we praise the courage of these brave men, we should never countenance their activities”. When Gandhi said ‘we’ did he include himself; if he did include himself then why he praised what he prohibited? If not then who was he speaking for, was he thrusting himself on country at large?
I accept your denial to take political plunge though I do not claim to understand your thought process or even agree with it for moment. I’ll just assume that you do not like complexities of political evolution. I however would be happier if people, you included, accepted, respected and appreciated diversity of means and destination.
I accept your denial to take political plunge though I do not claim to understand your thought process or even agree with it for moment. I’ll just assume that you do not like complexities of political evolution. I however would be happier if people, you included, accepted, respected and appreciated diversity of means and destination.
ReplyDeleteWhy do want us to believe that there is other way except what you have suggested? People with good intent do not join politics because they do not find supporters. Why are you stopping us from supporting some good guys who want to try it in electoral way.
Satyagraha and stubborn are different things. Why are you blaming electoral move for the split? You could have also said that you have done this split.
I respect you but why do you not respect me?
Anna Hazare - The shameless BJP's Mask who ditched India's Anti Corruption Movement http://www.youtube.com/watch?v=5DDzrvUXQXo
ReplyDeleteBJP's and RSS's mask Anna Hazare has shown his real face to India on 6 August 2012. A few days ago Anna Hazare had announced in Jantar Mantar that he will give a political alternative to India.
What transpired in a few days that Anna Hazare has shamelessly ditched the people of the country.
BJP top brass had assigned this work to Ram Madhav of RSS and Sitaram Jindal of Jindal Aluminium Limited
Sources informed us that BJP RSS has offered Delhi chief minister post to Kiran Bedi and offered BJP ticket Bhiwani (Haryana) to General VK Singh.
Three trusts headed by Anna Hazare were also indicted in the P. B. Sawant commission report. Rs. 220,000 (US$4,160) spent by the Hind Swaraj Trust for Anna Hazare's birthday celebrations was concluded by the commission as illegal and amounting to a corrupt practice, though Abhay Firodia, an industrialist subsequently donated 248,000 (US$4,690) to the trust for that purpose.
An article written in Kolkata Telegraph by Ramchandra Guha stated that that environmental journalist Mukul Sharma claimed that Anna Hazare forced the Dalit families in Ralegan Siddhi to adopt a vegetarian diet, and that those who violated the decree were tied to a post and flogged.[147] Mukul Sharma also found that no panchayat elections have been held in the village for the past two decades, and that no campaigning was allowed during state and national elections, upon Hazare's instructions
A cardiologist from Pune, Abhijit Vaidya—founder of Arogya Sena, a non-governmental agency active in public health, disaster management and social campaigns—claimed that he was informed by Hazare's close associates that during a fast in Ralegan-Siddhi, Hazare was given glucose and electrolyte solutions during a fast. Hazare and his associates refused to comment on the allegation.
Anna ji,i was a big fan of yours and i participated in all your movements in delhi, but it is painful to realize that you donot have any fix stand and ideology. it was you who announced at jantar-mantar about providing a political alternative.now you are criticizing mr. kejriwal who is coming forward with your idea.
ReplyDeleteyou will regret your decision,when you realize that BJP has used you.
we need leaders like mr. kejriwal who is firm on his stand not like you.
आप क्यों चाहते हो कि हम विश्वास करे की केवल अपने विधि सही है?
ReplyDeleteआप पैसे के बारे में चिंता मत करो, आप देश में चुनाव के लिए अरविंद को चुनौती दो की करोड़पति से पैसे लीया बिना चुनाव लरे. उसे वह ताकत मिल जाएगा और हमें भी
हम अपराधियों के लिए मतदान नहीं करना चाहते.
बेहतर भविष्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं आप क्यों उनको हतोत्साहित कर रहे हैं
अगर मंजिल इक है तू इतना गुस्सा क्यों है
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteसच का सामान करने की हिम्मत है ?
ReplyDeleteअन्ना जी मेने सुना है आप कांग्रेस के मंत्री विलासराव देशमुख के दोस्त है और विलासराव देशमुख आप को करोड़ो रूपये दे चूका था और लातूर में भी विलासराव देशमुख का पी ए आप को रूपये दे कर गया था ताकि आप विलासराव देशमुख के खिलाफ लातूर की रैली में न बोले, और आप के यह ब्लॉग लिखने से पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का करीबी पवन खेरा से आप की मुलाकात हुई थी,
क्या यह सच है ?
क्या कांग्रेस के नेता आप के बारे में काला सच जानते है जो की आप को ब्लैकमेंल कर रहे है ? या फिर आप कांग्रेस के हाथो बिक चुके है ?
अगर आप सच के पुजारी है तो इन सारी बातो का खुले तोर पर खंडन करे ...
I SPIT on Anna and Kiran Bedi.
ReplyDeleteArvind Kejriwal has my FULL support.
From now on I do not even want to look at Anna's face.
How egoistic is this man:
- He says 'Don't use my name or photo'.
Don't worry Anna, you are not Shah-Rukh Khan. Nobody needs your support. If you asked kejri not to use your name or photo, he will not. Arvind will win elections with clear majority WITHIOT your help.
- Anna himself supported party, and said people like VK Singh etc had written him letter. Now he is openly changing his stance and saying opposite. Not only that, but shamelessly blaming Arvind saying 'he has political ambitions'
- If you want to do movement, then you continue - what is your problem with what Arvind is doing? Why are you attacking him?
- Kiran Bedi also shamelessly keeps taking potshots at Kejriwal in tweets etc. But Kejri has never said anything against anybody. Shows the true nature of all...
You people are shameless and disgusting and have shown your true colors. Get rid of your ego. You are nobody Anna. And Kejri is a million times better than you.
I always knew you will one day leave Kejri. I knew, because everyone on TV kept saying - 'Kerji is using Anna'. I knew this will one day get into Anna's egoistic head tht - 'Yes, kejri is using ME' and will leave him.
Today it has happened, and I have completely lost all respect for him. Will never every come for an Anna anshan again.
मैं आप की भावनाओ की क़द्र करता हूँ, अगर आप अरविन्द जी का सम्मान करते है तो अन्ना जी के खिलाफ कुछ ना बोले क्योकि अरविन्द जी आज भी अन्ना जी को अपना गुरु मानते है और उनके ५ विचारो पर चल रहे है और में उम्मीद करता हूँ आप भी अरविन्द जी के कहे अनुसार अन्ना जी का सम्मान करेगे और अन्ना जी के ५ विचारो को अपनायेगे
Deleteऔर मेरे शिर्डी के साईं बाबा ने मुझे दो पैसे की शिक्षा दी है वो है - श्रद्धा और सबुरी
जय हिंद वन्दे मातरम ॐअल्लाह
यह रहा अरविन्द जी का ट्वीट अकाउंट का लिंक इस पर अरविन्द जी ने अन्ना जी के प्रति अपनी भावनाओ व्यक्त किया है ...
https://twitter.com/ArvindKejriwal7
A live video of Annaji breaking his own promise.
Delete1 Anna Promising Political Alternative to India
http://www.youtube.com/watch?v=5DDzrvUXQXo
2. Anna breaking his own promise to India
http://www.youtube.com/watch?v=XbxQudpyarQ
Wikipedia About Anna is not a rumor - Go change wikipedia about Anna http://en.wikipedia.org/wiki/Anna_Hazare
http://news.oneindia.in/2012/09/21/did-the-rss-facilitate-hazare-kejriwal-split-1073528.html
http://m.indiatoday.in/story/was-rss-behind-anna-kejriwal-split/1/221519.html
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@AD A bit aggresive but your write up have bring forth the bitter truth , and I think its better for arvind kejriwal and team that doublefaced people are leaving him in the initial stages only. They could be proved troublesome later!
Deleteयुवाओं ने कहा कि केजरीवाल नहीं अन्ना हैं गलत
ReplyDeleteUpdated: Saturday, September 29, 2012, 12:37 [IST]
बैंगलोर। अन्ना ने अपना गुस्सा अपने सबसे करीबी रहे केजरीवाल पर क्या निकाला, अन्ना को आदर्श मानने वाली युवा पीढ़ी ने अन्ना को ही गलत बता दिया। इंडिया अंगेस्ट करेश्पन से जुड़े बैंगलोर के रहने वाले इंजीनियर रवि गुप्ता, इंजीनियर सुषमा बैनर्जी, इंजीनियर दीपक अग्रवाल, इंजीनियर रिहान आहूजा ने अंहिसावादी अन्ना हजारे को ही गलत ठहरा दिया।
इन सब का कहना है कि अन्ना प्रैक्टिकल इंसान नहीं हैं उनकी बातें केवल किताबी हैं जो सुनने में बहुत अच्छी लगती है लेकिन उन्हें हम आज के दौर में लागू नहीं कर सकते हैं। भ्रष्टाचार शरीर में खून की तरह भारत में फैल गया है जिसे दूर करने के लिए सही लोगों को राजनीति में उतरना होगा इसलिए केजरीवाल का कदम एकदम सही है।
http://hindi.oneindia.in/news/2012/09/29/india-arvind-kejriwal-is-right-anna-hazare-is-wrong-222456.html
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteArvind is arjun all right but annaji has proved that he is no Krishna!
DeleteRespected Anna Ji
ReplyDeleteI used to be a great fan and follower of you since last 2 years.
But now the way you are changing your stance its really heart breaking and schocking. I participated in all your movements. I am settled in mumbai but I managed to go to delhi whenever u exercised anshan. In last anshan at jantar mantar...I think it was the second last day of that anshan when in evening you stood up on the stage and asked the public to sms you regarding your idea of floating a poloitical party. The very next day in front of thousands of people and Gen VK Singh you announced that u will provide political alternative to the country. I dont understand that how come u are denying that. The same team was honest when they were with you ...but now they have become frauds...right!!! I never expected this from a person like you. I am loosing respect for you. I heard in some interview of your old colleagues that u always change ur team without any reason just to project urself important. That time I did not believe that but now I feel they were right. U always used Gandhi's photo, vivekanand's photo, Bhagat singh's photo...did u asked for their permission. I dont think so...and now u are considering urself greater than these personalities..u are warning people not use ur face and name....Anna ji!! memory of indians is very volatile. they will forget you also..How can u forget that U were not a role model before two years.. u were just a social activist..no body knew who is anna hazare.. out of maharashtra.. You must be knowing that you were just a hardware but Kejri sir was the software.
U always talk about lokshahi..In lokshahi every body is free to do what he wants to...then why are you,,attacking kejriwal..let him do what he wants to do and u do what you want.With due respect I want to suggest you that dont always think that what you are doing is right and others are wrong...Anna ji ..ye public hai sab janti hai....Your timing of attack on kejri creates some doubt about your soft corner for BJP. Anjali Damniya along with Kejriwal named Nitin Gadkari 2 days ago in Dam Scam...is this the reason of your attack because kejri is creating problem for BJP...Anna ji!! this country wants a fresh wave of change...we want our rotten political system to change. MOaM se lohe ko nahi kaat sakte...uske liye loha hi chaiye..if political system is extremely poluted then one way is to inject more and more fresh air so that poluted air gets diluted and after some time it will become neglezible...
Anna ji...baba Ramdev se bach ke rehna....kyuki unke dil me bhi poltical ambitions hai....
डूब मरो अन्ना चिड़िया के चुल्लू भर पेशाब मैं , हम तो आपो देश भक्त समझते थे, पर आप तोह देश द्रोही निकले, बीजेपी के ज़रखरीद गुलाम, तुम तो सीताराम जिंदल के हाथ बिक गए . कितना मोटा माल मिला तुमको इसके लिए िंजदल से . किरण बेदी की लाल इन्नोवा क्या बीजेपी ने दान में दी है ? अन्ना तुमने आन्दोलनकारियों को धोका दिया
ReplyDeleteआदरणीय अन्नाजी,
ReplyDeleteहम सभी के आप आदर्श है और रहेंगे. मेरे कुछ प्रश्न है यदि आप उनका उत्तर दे पाए इस माध्यम से.
मैं वही डॉक्टर हु जिसने जंतर मंतर पर आपका इलाज किया. यदि आपको याद हो तो आप ने जैसे ही राजनितिक विकल्प की बात मंच से कही मैं आपका चेक उप करने आपके पास आया था.
मैंने आपसे मराठी में कहा था की कई कार्यकर्ता आपके इस निर्णय से नाराज है. आपने मराठी में उत्तर दिया था - "कार्टे आहेत ते." उस वक्त मैं भी राजनीतिक विकल्प के विरूद्ध था. लेकिन अपने श्रध्हास्थान अन्नाजी के मुह से यह शब्द सुनकर मैंने अपने आप को समझा लिया की अन्नाजी कह रहे है मतलब यही सही है. एवं अपने विचार बदले.
मैंने अन्नाजी से यह भी सिखा है के अपनी बात पर अडिग रहो अगर तुम्हे वो सही लगे. इसलिए मैंने अपना निर्णय एक बार ले लिया.
१) क्या आप मानते है उस दिन अपने जो उन कार्यकर्ताओ को कार्टे कहा वो गलत था. ध्यान रहे इसमे असीम सहित वो सभी कार्यकर्ता थे जो आज आपके साथ अरविन्द के विरोध में खड़े है.
२) आप ने जिस राजनीतिक विकल्प की बात की थी वह क्या था?
३) क्या आप चाहते है की हम BJP एवं कांग्रेस के अच्छे छवि वाले नेताओ का प्रचार करे? यदि हाँ तो क्या आप नहीं मानते हमने मनमोहन सिंह जैसे साफ छवि वाले नेता को अपना प्रधान मंत्री बनाकर गलती की.
४) क्या आप चाहते है की हम अछे छवि वाले नेताओ को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़ा करे? यदि हाँ तो क्या हम ये सुन्निस्चित कर सकते है की वो कुछ करोड़ रुपयों में बिकेंगे नहीं या BJP या कोंग्रेस में नहीं जुड़ जायेंगे?
५) इनके अलावा क्या हमारे पास और कोई विकल्प है?
६) यदि अरविन्द कोई पार्टी बनाकर अछि छवि के लोगो को चुनाव में उतरता है तो उसमे क्या हर्ज है. आपने खुद कहा था की मैं अछि छवि वाले लोगो का प्रचार करूँगा. तो क्यों सिर्फ अरविन्द की पार्टी के उम्मीदवारों का विरोध?
७) आपने अरविन्द को इतना करीब से देखा है. क्या आपको लगता है की वो स्वार्थी है या महत्वाकांक्षी है? यदि हाँ तो क्या आपको लगता है अपने उसका साथ देकर गलती की? यदि आपका बेटा (हम सभी आपके बेटे है) आप की रह से अलग रह पर खुद के बूते बढ़ाना चाहता है तो क्या आपने उसे प्रोत्साहन नहीं देना चाहिए?
८) यदि आप ने अपने खुद के विचार बदल कर राजनीतिक विकल्प से पूर्णतः अरविन्द की पार्टी के खिलाफ होने का निर्णय ले लिया तो क्या अरविन्द देशहित में अपने विचार नहीं बदल सकता?
९) क्या आपको विश्वास है की आपके साथ रह रहे नए लोग विश्वासपात्र है या उनका कोई राजनितिक स्वार्थ नहीं?
१०) शिवेंदर जैसा व्यक्ति जो एक फेसबुक आदमीं राईट दूसरो को नहीं दे सकता क्या वो देश हित का या सर्व जानो के हित का काम करेगा?
अन्नाजी आपको अरविन्द के बारे में गलत जानकारी दी जा रही है. मैंने देखा है वो आपके प्रति क्या भावना रखते है. उन्होंने मेरे सामने यह आदेश दिया अन्नाजी कहे तो INDIA AGAINST CORRUPTION का नाम, वेबसाइट, लोगो सब कुछ शिवेंदर को दे दो. अन्नाजी से कोई भी सवाल ना करे. चाहे मुझ पर लोग जितने कीचड़ उछाले, अन्नाजी की छवि पर कोई आंच ना आये. उसकी आपके प्रति भावनाए हम सभी को अन्नागिरी सिखाती है.
मेरा आपसे नम्र निवेदन है, चाहे आप पार्टी में ना जुड़े लेकिन अपने बछो का बंटवारा ना करे. हम सभी आपके बच्चे है. हमें अपनी रह चुनने का मौका दे और आशीर्वाद दे.
आप चाहे हमें जो मने, हम आपको अपना पिता ही कहेंगे.
आपका बेटा
डॉ राकेश पारीख
totally agrre with you .. dr ramesh saharan M.O REWARI 30/9/2012
Deletevery righly said.....God bless all the people who are fighting country's fight!
Deleteकौन कहता दहेज़ ,
Deleteमना हिन्दुस्ता में,
पूजा जाता दामाद ,
को सारे जहाँ में!
खुद क्या रिश्तेदार भी देते,
फर्क नाम दहेज़ नहीं,
गिफ्ट रख देते!
और देते भी उसकी,
हैसियत अनुसार,मनसा,
दामाद बड़ा जितना ,
गिफ्ट बड़ा उतना !
क्या हुआ पांच सात फ्लैट दे दिए,
कौन सा राज्यों के राज दे दिए!
होटल दिया तो कौन सा वो रहेगा,
देश की जनता में ही कोई बुक करेगा!
नहीं तो पार्टी और
आप के काम आएगा,
कोई नेता रूठा,
मुलायम हो,जब,
ममता करे,तब
प्यारा गिफ्ट पायेगा!
या हो सकता,
जनता ,आपको,
वोट डालने पर ,
कूपन रात फ्री रहने,
खाने का दिया जायेगा!
विकास देश का ,
हो रहा चारों ओर,
रुपया ऊँचा ,
डालर कमजोर!
शेर नहीं तो,
शेयर रोज दहाड़े,
दाल हल्दी भी,
सिखाएगी पहाड़े !
कमुनिटी बाज़ार,
आपके लिए भाई,
हर चीज खाओ ,
और दाव भी लगाओ!
पैदावार से क्या ?
खरीदो या बेचो,
भाव कम ?
होता जायेगा?
ये जुआ नहीं,
लीगल है,
छोटे मोटे लोगों की,
नहीं समझ की गल है!
रोटी गरीब खाए न खाए ,
भूखा रहता आया,
हो सरकार कोई,मनसा,
आदत क्यों बदली जाये!
खुद भूखा रहने के ,
संस्कार क्यों,हम भूल जाएँ ,
दामाद पर हम ही ,
अब तक सब लुटाते आयें!
एक केजरीवाल,
पागल हुआ,
मनसा क्यों ,
पागल बन जाये!
बहु ,गर हमने ,
उनको देश की माना,
परिवार क्या खाए,
हम ,क्यों नजर लगाये!
गर गाँव की बेटी का दामाद,
बन सकता गाँव का दामाद,
देश की बेटी के लिए ,
क्यों सोचें ,
वो क्यों न कहलाये,
देश का दामाद!
क्यों शोर मचाओ,
ए केजरीवाल,
गर दिया लोन बिन व्याज,
दामाद देश का है वो ,
आये न तुम को लाज!
करो शुक्रिया,
डी.एल.ऍफ़ .ने परम्परा चलाई,
कल आपके,हमारे ,
दामाद के लिए ,
नई राह दिखलाई!
जब हो जाओ निराश ,
बिन व्याज लोन न मिले,
बस नाम दामाद के लेना,
दूर करेगा डी.एल.ऍफ़ गिले!
दो धन्यवाद्, मनसा !
सरकार हमारी बड़ा,
काम करवा गयी,
पहला लोन इंटरेस्ट फ्री,
पास करवा गयी!
देश की बहु चोथे नंबर,
अमीर बन शान बढ़ाई,
दामाद तोड़े रिकार्ड,
दो भारत रतन भाई !
mansahuja@gmail.com
mansa ram ahuja ,panchkula,haryana 9872859677 http://www.scratchmysoul.com/bloggingView.aspx?ufrom=bloggingview&authkey=u+12Z0ju7l1rwqY9cP0MlbH2nY8dUtXGAU1ceElYdLftCFAFmm9yFw==#
ANNA JI ACHHE BURE KA BHED KARNA SIKHIYE
ReplyDeleteWhat is the objective? Are the two leaders fighting whose path is best? Anna's agitation for Lokpal bill goes to it peak where the govt aggreed in parlament by voice vote and later betrayed. Noone will sign his death sentence. So it is almost impossible to get Lokpal bill passed by just agitation. What alternative Anna had otherthan agitation? We already witnessed that nothing will happen just by agitation. The united politicians are more powerful then the united common man(with volatility). A leader should always find new ways and give a positive signal to his follower to beleive that there is a way and we can achive our goal. Anna had already said in his last agitation that his gole is achived , but not Kejriwal. Kejriwal give us an alternative and a hope. Anna hazare had said he will support good candidates in election and Kejriwall said he will put good candidates to stand in election. So where is the conflict. Is there any third invisible hand who don't want any good candidate in the election field so that Anna Hazare team will not find anyone to support?
ReplyDeleteSame will be reapeted again in 2015 ,NDA betrays.... annaji &annaji will be saying political vikalp needed. BHAYYUJI and team has brain washed ralegaon people dat arvind is nt a right guy....
DeleteSee the pathetic mentality of our country. we our self don`t want to come out of our comfort zone but want an old, tired and self proclaimed Gandhian to fight for us who even does n `t have the idea what a vision is ?
ReplyDeleteThe crowed what you saw on Janter Manter, Last year or in the rallies of our so called future changer was the one who have never seen or experienced that kind of adrenalin.
i understand people want change but it not possible to change the country with out coming out form the comfort zone.
Every body has a mentality " Baghat Singh should take birth once again but in neighbor `s home, i should not be harmed"
How many of these so called change wanters have wowed to not participate in corruption. Or how many go to cast their vote on the day of elections.
Most of the votes are cast by illiterate and poor so we are seeing the result of that.
So before even thinking that Mr.Gindhi on Steroids can help us or can raise our country on foots we have to change the mentality or hoping that some day this Self proclaimed Gandhi`s disciple or somebody else will solve our problem.
We are living in fools paradise as the one who was not able to unite his own team can`t unite the country.
We have motivated a moron and now we have a motivated moron.
DATE 30/9/2012 REWARI, HARYANA :-AAJ JAB HUM JANLOKPAL VIRODHI sansado ko sansad me bhejene se rakane ki baat karte hai,to kya hame pata hai ki kise sansad me bhejna hai,bcas today all parties are opposing janlokpal..DATS Y THEY DIDNOT PASSED IT IN THERE governing stsates aswell they opposed it in parliament... to fir KISE BHEJE..hamare paas aaj koi vikalp nai hai kyonki aaj ye sarvvidit hai indian politiacs me do partiya hai ek NDA & UPA ANOTHER,TO fir kise bheje... KUCHH SAWAAL JO MERE JEHN ME HAI ...... AUG2012 KO (1).shri Annaji ne jantar mantar se ye elaan nai kiya tha kibhale hi wo khud rajniti me nai aynye..wo rajnitik vikalpjaroor denge to fir aaj kese palat sakte hai ki rajaniti koi vikalp nai ho sakta .kya yuvaano ko rajniti profession me nai jana chayiye sirf andolan karna chaye apka javvab expected hai sir...
ReplyDeletecntd30/9/2012 REWARI HARYANA:-PART2 :-(2) KYA Ramdeo baba is more relaible and believable than arvind kejariwal...kya rss and modi brigade and now by ANNAJI team dvara social sites par arvind k. par bina kisi saboot ke allegation lagana ki ki unki rajniti pro congress & mahatvakankshi hai to kya sahi baat hai, ....jabki ramdeo ki mahtvakanksha unke business se saaf jalkhti hai wo apni lokpriyata pachha nai paa rahe hai & unke petrak gaon alipur, mahendragarh me sab jante hai ki unhone bhaiyon ki pitaai ki ma baap ki sewa nia ki kya aap sahi vyakti ke saath khade haain..(3)ANNAJI ki NEW TEAM full of intruders from rss pro bjp kya annaji ko sahi disha gyan & sahi sthiti ki jankari de paegi jis par ANNAJI apne statgic faisale le paye jo kisi paksh ya party se samnbandh na ho kisi party ke fayde nai ho..(4)Suddenly AANNAJI starts critcizing IAC &A.K. AND FORGOT TO MENTION SCAM RIDDEN maharashtra govt..BJP CONG NCP ALLAINCE to loooot maharashtra janta....(5)Kya in sab se yah nai lagta ki ANNAJI sirf sarkar ko nishana banana chaahte hai na ki vipaksh ko(janha se anna team me darar padi) &desh bhar mein andolan khada karna chahte hai corruption ke khilaaf jo longo ka gussa hai usse istemaal karna chahte hai.....ISKA FAYDA KISE HOGA.... jabki 2014ka election sar par hai ..aisi party ko jo khulkar JANLOKPAL kA VIRODH kar rahi hai tabhi they oopposed it in ther states(modiji) aswell in parliament and jisne apne 3DAY MANTHAN mein sirf satta mein aane ke khwab sanjoe ,janta ke khaw tranpararency & janlokpal ki koi FIKR NAI KI......KYA YAH PARTY ANNAJI KE ANUSAR SAHI HAI....agar nai to sahi kon hai BATANA PADEGA....KHUD SE JYADA JHOOT NAI BOL SAKTE .....kahnA PADEGA ajjadi ki ladai me bhi garm v naram dal hua karte the iska matlab ye nai ki wo DESHBHAKT NAI ...JANATA NE PAHCHANE APNE NETA..JYAD DIN MUKHETE ME NAI RAH SAKTE......JAI HIND JAI BHARAT
ReplyDeleteLET ANNAJI do wat he is best in doing and let arvind.k do wat he thinks he can do.....dnt fight SUPPORT EACH OTHER FOR A COMMAN CAUSE .....JAI HIND
ReplyDeleteDear Anna ji,
ReplyDeleteNow youth of india is dreaming the same as your's , we will put our lifes to make this county correcpution free.
No mission can be greater then the service of nation.
Now once again this county will became world leader as it was in past.
Jai Hind...
अन्ना जी, प्रणाम!
ReplyDeleteबिना राजनेतिक दल बनाये एक रास्ता है जिस के माध्यम से देश को नया राजनेतिक विकल्प दिया जा सकता है | में चाहता हु की ये आपके माध्यम से देश के सामने आये इसलिये अभी इस के बारे में यहाँ कुछ नहीं लिख रहा हु |
पिछले कुछ वर्ष से सभी देश और इससे जुडी समस्या की बात कर रहे है | परिणाम क्या निकला आप सभी जानते है | ऐसा क्यों हुआ इसके लिए सभी को देश के नजरिये से सोचना पड़ेगा ...........
सबसे पहले अनशन के माध्यम से उद्देश्य को पाने की कोशिश करी यह सिद्धांत 1900 से 1950 का समय था या आजादी की पहली लड़ाई का |
इसके बाद सभी राजनेतिक पार्टियों को एक कर के उद्देश्य को पाने की कोशिश करी यह सिद्धांत 1965 से 1970 का था या दो युद्ध का समय |
इसके बाद सभी विपक्ष के डालो को एक करके उद्देश्य को पाने की कोशिश करी यह सिद्धांत 1975 का था या जेपी और लोहिया का आन्दोलन |
इसके बाद सभी विपक्षी सांसदों का एक साथ इस्तिफा देकर उद्देश्य को पाने की कोशिश करी यह सिद्धांत 1989 का था या बोफोर्स गोतालो का |
इसके बाद मीडिया और सामाजिक मिडिया के माध्यम से उद्देश्य को पाने की कोशिश करी यह सिद्धांत 2005 से 2010 का था या दुनिया के लोगो को आपस में जोड़ने का |
अभी हम सभी सवाल पूछ कर कोशिश कर रहे है | यह वर्तमान है जो भूतकाल के आधार पर पिछला सही और गलत को बताता है |
.............नया रास्ता या माध्यम कुछ भी......परन्तु समय के अनुकूल होना चाहिए.....
धन्यवाद
कौन कहता दहेज़ ,
ReplyDeleteमना हिन्दुस्ता में,
पूजा जाता दामाद ,
को सारे जहाँ में!
खुद क्या रिश्तेदार भी देते,
फर्क नाम दहेज़ नहीं,
गिफ्ट रख देते!
और देते भी उसकी,
हैसियत अनुसार,मनसा,
दामाद बड़ा जितना ,
गिफ्ट बड़ा उतना !
क्या हुआ पांच सात फ्लैट दे दिए,
कौन सा राज्यों के राज दे दिए!
होटल दिया तो कौन सा वो रहेगा,
देश की जनता में ही कोई बुक करेगा!
नहीं तो पार्टी और
आप के काम आएगा,
कोई नेता रूठा,
मुलायम हो,जब,
ममता करे,तब
प्यारा गिफ्ट पायेगा!
या हो सकता,
जनता ,आपको,
वोट डालने पर ,
कूपन रात फ्री रहने,
खाने का दिया जायेगा!
विकास देश का ,
हो रहा चारों ओर,
रुपया ऊँचा ,
डालर कमजोर!
शेर नहीं तो,
शेयर रोज दहाड़े,
दाल हल्दी भी,
सिखाएगी पहाड़े !
कमुनिटी बाज़ार,
आपके लिए भाई,
हर चीज खाओ ,
और दाव भी लगाओ!
पैदावार से क्या ?
खरीदो या बेचो,
भाव कम ?
होता जायेगा?
ये जुआ नहीं,
लीगल है,
छोटे मोटे लोगों की,
नहीं समझ की गल है!
रोटी गरीब खाए न खाए ,
भूखा रहता आया,
हो सरकार कोई,मनसा,
आदत क्यों बदली जाये!
खुद भूखा रहने के ,
संस्कार क्यों,हम भूल जाएँ ,
दामाद पर हम ही ,
अब तक सब लुटाते आयें!
एक केजरीवाल,
पागल हुआ,
मनसा क्यों ,
पागल बन जाये!
बहु ,गर हमने ,
उनको देश की माना,
परिवार क्या खाए,
हम ,क्यों नजर लगाये!
गर गाँव की बेटी का दामाद,
बन सकता गाँव का दामाद,
देश की बेटी के लिए ,
क्यों सोचें ,
वो क्यों न कहलाये,
देश का दामाद!
क्यों शोर मचाओ,
ए केजरीवाल,
गर दिया लोन बिन व्याज,
दामाद देश का है वो ,
आये न तुम को लाज!
करो शुक्रिया,
डी.एल.ऍफ़ .ने परम्परा चलाई,
कल आपके,हमारे ,
दामाद के लिए ,
नई राह दिखलाई!
जब हो जाओ निराश ,
बिन व्याज लोन न मिले,
बस नाम दामाद के लेना,
दूर करेगा डी.एल.ऍफ़ गिले!
दो धन्यवाद्, मनसा !
सरकार हमारी बड़ा,
काम करवा गयी,
पहला लोन इंटरेस्ट फ्री,
पास करवा गयी!
देश की बहु चोथे नंबर,
अमीर बन शान बढ़ाई,
दामाद तोड़े रिकार्ड,
दो भारत रतन भाई !
mansahuja@gmail.com
mansa ram ahuja ,panchkula,haryana 9872859677